रूद्रप्रयाग। उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला जारी है। बारिश के चलते केदारनाथ हाईवे फाटा के पास खाट में बार-बार बाधित हो रहा है। हाईवे पर पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं। बंद होने के कारण दोनों छोरों पर यात्री और स्थानीय लोग फंसे रहे हैं। बीते देर रात बंद हुए राजमार्ग को सोमवार सुबह दसे बजे यातायात के लिए बहाल किया गया। हालांकि यहां पर लगातार पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिरने का सिलसिला जारी है।
केदारनाथ आपदा के बाद से केदारनाथ हाईवे के फाटा के पास खाट गांव के नीचे लगातार भूधंसाव जारी है। कुछ दिन पूर्व हुए राजमार्ग चौड़ीकरण से गांव और भी खतरे की जद में आ गया है। वर्तमान में गांव में 85 परिवार निवास करते हैं, जबकि जिस स्थान पर भूस्खलन हो रहा है, उसके ठीक ऊपर एक प्राइमरी स्कूल के साथ ही मोबाइल टावर भी हैं। ग्रामीण लंबे समय से विस्थापन की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें विस्थापित नहीं किया जा रहा है। ऐसे में हर मानसून सीजन में ग्रामीणों को खतरा बना रहता है। प्रधान योगेंद्र तिवारी, ग्रामीण भरत कुर्माचली, लक्ष्मीकांत, योगम्बर प्रसाद ने कहा कि केदारनाथ आपदा के बाद से ही खाट गांव को खतरा बना हुआ है। शासन-प्रशासन ग्रामीणों की कोई सुध नहीं ले रहा है। वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम में भी बीते कई दिनों से मौसम खराब है। धाम में लगातार रूक-रूक कर बारिश हो रही है। इसके अलावा धाम पूरी तरह घने कोहरे की चपेट में है।
केदारनाथ हाईवे पर लगातार गिर रहा मलबा, भूधंसाव से खाट गांव खतरे की जद में
आंचल ने MIT देहरादून से मॉस काम की पढ़ाई की है। इसके बाद विभिन्न प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में काम किया। अगस्त २०२३ से इस पोर्टल में बतौर डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूर्सस हैं।