उत्तराखंड के 7000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में कई हज़ार शिक्षक और कर्मचारी मौजूद है। वहीं इनके लिए अब राहत की खबर है। बता दें कि इन हज़ारों तैनात कर्मचारियों की अब एक साल की सेवा दो साल दुर्गम क्षेत्र में की गई सेवा मानी जाएगी। सरकार ने तबादला एक्ट में हुई लीपिकीय गलती को सुधारते हुए इसको लेकर आदेश जारी किया है। इससे अब हज़ारों शिक्षक और कर्मी दुर्गम से सुगम क्षेत्र में आ पाएंगे।
शासन ने पारदर्शी तबादले के लिए तबादला एक्ट लागु किया है। जिसके तहत 7000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर तैनात शिक्षकों और कर्मचारियों की एक साल की सेवा दो साल दुर्गम मानी जानी चाहिए थी, लेकिन लिपिकीय गलती की वजह से यह नही हो पाया। लेकिन अब इसको लेकर शासन ने आदेश जारी कर दिए है।