प्रदेश में मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की जाएगी I इसके लिए जल्द ही उत्तराखंड में मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना शुरू की जाएगी। इस योजना के तहत मत्स्य पालकों को मछली पालन के लिए तालाब, रेसवेज निर्माण के लिए सब्सिडी भी दी जाएगी I जिसपर ऋण पर ब्याज दर में पांच प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी। जबकि इसके अलावा महिला समूहों को मछली पालन के लिए 50 प्रतिशत तक सब्सिडी मिलेगी। किसानों की तरह ही अब मत्स्य पालकों को भी बीमा की सुविधा का लाभ मिलेगा।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना संचालित है। वहीं अभी तक इसमें पर्वतीय क्षेत्रों के हिसाब से मत्स्य पालकों को कोई प्रोत्साहन सुविधा नहीं है। जिसको देखते हुए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना शुरू करने को मंजूरी दी है। इस योजना के अंतर्गत महिला समूहों को मछली पालन से जोड़ा जाएगा।वहीं योजना के तहत तालाब, रेसवेज और अन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए राज्य सरकार की ओर से तीन प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज दर में छूट जबकि दो प्रतिशत केंद्रीय योजना से मिलेगी।
पांच वर्ष तक मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना की अवधि होगी। इस योजना का लक्ष्य है कि चार हजार लोगों को मछली पालन व्यवसाय से जोड़ा जाए। महिला समूहों को 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाएगी। मत्स्य पालकों को एक लाख का बीमा कराया जाएगा। इसमें 90 प्रतिशत प्रीमियम प्रदेश सरकार देगी। प्रदेश में ही ट्राउट फिश का सीड तैयार किया जाएगा।