ऋषिकेश एम्स से एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं। यहाँ से दून पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। बताया जा रहा है कि ऑल इंडिया स्तर पर एम्स द्वारा आयोजित एमडी परीक्षा ( इंस्टीट्यूट आफ नेशनल इंर्पाेटेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट जुलाई 2024) में नकल कराने के जुर्म मे पाँच अभियुक्तो को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं इन अपराधियों के साथ एम्स ऋषिकेश के दो डॉक्टर भी शामिल थे। ये डॉक्टर आरोपियों से मात्र दो लाख की रकम मे बिके गए थे। बताया जा रहा है कि एम्स डाक्टरों द्वारा एमडी परीक्षा पत्र को सॉल्व कर अभियुक्तों को उपलब्ध कराया जाता था।
जानकारी के अनुसार नकल कराने के लिए पहले परीक्षा केन्द्रो से परिक्षार्थियों प्रश्न पत्र की फोटो खींचकर टेलीग्राम के माध्यम से अभियुक्तों को भेजता था उपलब्ध, जिसके बाद इनके उत्तर अभियुक्तो ने टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से परिक्षार्थियों को भेजे। वहीं इस परीक्षा में पास कराने के एवज में अभियुक्तों की परिक्षार्थियो से 50 लाख रू की डील हुई थी। पुलिस ने इन अभियुक्तों के कब्जे से 03 टैबलेट, 03 मोबाइल, 02 मेडिकल संबंधी किताब व 01 लग्जरी कार टाटा सफारी बरामद किए हैं।
बताया जा रहा है कि ऑल इण्डिया स्तर पर आयोजित एम्स की एमडी परीक्षा के दौरान नकल माफियाओ के सक्रिय होने तथा देहरादून से अन्य प्रान्तों में स्थित परीक्षा केन्द्रो में परीक्षा के दौरान परिक्षार्थियों को अनुचित माध्यमों से नकल कराये जाने की गोपनीय सूचना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को मिली थी। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश के नेतृत्व में कोतवाली ऋषिकेश तथा एसओजी देहात की सयुंक्त टीम का गठन किया। वहीं फिर इस गठित टीम ने गोपनीय सूचना के आधार पर दिनांक 19 मई 2024 को बैराज रोड से एक टाटा सफारी संख्या DL3CW5412 में बैठे 05 व्यक्तियों को ऑल इण्डिया स्तर पर आयोजित एम्स की एमडी परीक्षा ( इंस्टीट्यूट आफ नेशनल इंर्पाेटेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट जुलाई 2024) में गैर प्रान्त कांगडा हिमांचल के परीक्षा केन्द्र में अभ्यर्थियों को मोबाइल फोन एवं टैब के माध्यम से प्रश्न पत्रों के सॉल्वड उत्तर उपलब्ध कराते हुए गिरफ्तार किया। वहीं इन गिरफ्तार अभियुक्तों में से 02 अभियुक्त एम्स ऋषिकेश के चिकित्सक है, जो परिक्षार्थियों को प्रश्न पत्रों के सॉल्वड उत्तर बता रहे थे।
पुलिस की पूछताछ में मुख्य अभियुक्त अजित ने बताया कि उनके द्वारा आज प्रातः 09 बजे से 12 बजे तक आयोजित एम्स की एमडी परीक्षा (इंस्टीट्यूट आफ नेशनल इंर्पाेटेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट जुलाई 2024) में हिमांचल इन्सीटयूट आफ इनजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी, विध्यानगर, नियर गर्वनमेंट डिग्री कॉलेज शाहपुर, जिला कांगडा, हिमांचल प्रदेश में स्थित परीक्षा केन्द्र में परीक्षा दे रहे 03 अभ्यर्थियों को परीक्षा में नकल करायी जा रही थी। परीक्षा केन्द्र में बैठे परिक्षार्थियों ने उन्हें अपने मोबाइल से प्रश्न पत्रों की फोटो खींचकर टेलीग्राम के माध्यम से भेजा, जिसका उत्तर उनके द्वारा टेलीग्राम पर बनाये गये ग्रुप के माध्यम से परिक्षार्थियो को उपलब्ध कराया जा रहा था। उसने बताया कि इन प्रश्न पत्रों के उत्तर सॉल्वड कराने के लिये एम्स अस्पताल के डॉक्टर वैभव जेआर व एक अन्य डॉक्टर अमन को हायर किया गया था, जिसमें डॉ अमन अभियुक्त के एक दोस्त की मौसी का लडका है। बताया कि अभियुक्त ने प्रत्येक अभ्यर्थी को एम0डी0 की परीक्षा में पास कराने के एवज में 50 लाख रुपए लिये गये थे, अपने साथ काम करने वालों को दो से तीन लाख रू दिये जाते है जबकि प्रश्न पत्रों को हल करने के लिए एम्स ऋषिकेश से जिन डॉक्टरों को हायर किया गया था, उन्हे को 02-02 लाख रुपए में हायर किया था। अभियुक्त अजीत ने यह भी बताया कि उसकी तीन लैब है, जिनके माध्यम से वह अन्य प्रतियोगी परीक्षाओ मेें भी परिक्षार्थियों को नकल कराने के एवज में मोटी धनराशि लेता है।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान
1-अजीत पुत्र स्वर्गीय सतवीर सिंह निवासी मकान नंबर 540 सेक्टर 8 थाना जींद जिला जींद हरियाणा उम्र 44 वर्ष
2-अमन शिवाच पुत्र अर्जुन निवासी गली नंबर 18/10 विकास कॉलोनी रोहतक हरियाणा उम्र 24 वर्ष
3-वैभव कश्यप पुत्र संजीव कश्यप निवासी 260 अंबिका एनक्लेव सनौर पटियाला पंजाब उम्र 23 वर्ष
4- विजुल गौरा पुत्र गोविंद लाल निवासी 2/5 पटेल नगर जिला हिसार हरियाणा उम्र 31 वर्ष
5-जयंत पुत्र प्रकाश निवासी मकान नंबर 423 डिफेंस कॉलोनी जिला हिसार हरियाणा उम्र 22 वर्ष