उत्तराखंड में विद्यालयी छात्राओं को शिक्षा विभाग ने बड़ी सौगात दी है। बता दे कि प्रदेश में विद्यालय शिक्षा विभाग के अंतर्गत शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में पढ़ रही कक्षा नौ की करीब 50 हजार छात्राओं को मुफ्त साइकिल मिलेगी। इस संबंध में शिक्षा निदेशालय ने ‘बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना’ के तहत सभी 13 जिलों को 14 करोड से अधिक़ की धनराशि भी जारी कर दी है। इस योजना मे प्रत्येक छात्रा के खाते में डीबीटी के माध्यम से साइकिल क्रय हेतु रूपये 2850 डाले जायेंगे।
पूरी प्रदेश में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना शुरू की है, इस योजना मे प्रदेशभर के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में कक्षा नौ में प्रवेश लेने वाली सभी छात्राओं को मुफ्त साइकिल का लाभ दिया जा रहा है। जिसमे जनपद के मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय से डीबीटी के माध्यम से धनराशि जमा कराई जायेगी।
इस योजना अंतर्गत सभी मैदानी क्षेत्रों के विद्यालयों के कक्षा नौ की सभी छात्राओं को अनिवार्य रूप से साइकिल क्रय करनी होगी, तो वहीं पर्वतीय क्षेत्रों की बालिकाओं को मुफ्त साइकिल क्रय करने अथवा किसी अधिकृत बैंक व डाकघार में चार वर्षीय एफडी जमा करने का विकल्प मिलेगा। वहीं जनपद के हिसाब से धनराशि वितरित की गई है जिसमें जनपद अल्मोड़ा में 3492 बालिकाओं के लिए एक करोड़, बागेश्वर में 1595 के लिए 45 लाख, चमोली 2533 को 72 लाख, चम्पावत 1677 के लिये 47 लाख, देहरादून 5615 को 1 करोड़ 60 लाख, पौड़ी 3284 के लिए 94 लाख, हरिद्वार 7075 बालिकाओं को 2 करोड़, नैनीताल 5021 को एक करोड़ 43 लाख, पिथौरागढ़ 2635 के लिये 75 लाख, रूद्रप्रयाग 1736 बालिकाओं के लिये 50 लाख, टिहरी 3780 को एक करोड़ आठ लाख, उत्तरकाशी 2258 छात्राओं को 64 लाख तथा ऊधमसिंह नगर 8429 छात्राओं के लिये 2 करोड़ 40 लाख की धनराशि आवंटित की गई है।
वहीं इस योजना का सफल क्रियान्वयन हो सके इसके लिये संबंधित जनपद के मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, वित्त अधिकारी एवं जनपद के वरिष्ठतम प्रधानाचार्य की चार सदस्यीय समिति गठित की गई है। यह समिति रैण्डम रूप से ब्लॉक स्तर पर 20 प्रतिशत लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन करेगी, साथ ही समिति को मैदानी जनपदों में साइकिल क्रय व पर्वतीय जनपदों में एफडी का भौतिक सत्यापन करके एक प्रारूप पर रिपोर्ट निदेशालय को देनी होगी।