उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों मे गुलदार को लेकर जुड़ी घटनाए सामने आती रहती हैं। वहीं पौड़ी जिले में एक आदमखोर गुलदार ने आतंक मचा रखा है। जिसकी वजह से गांव में सभी लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। इस मानवभक्षी गुलदार ने अभी तक 2 मासुम बच्चों को अपना निवाला बना लिया है। जिसमे पहला 3 फरवरी को 11 साल के अंकित को खेलते समय शिकार बनाया तो वही 4 फरवरी को 4 साल के अयान अंसारी को घर के आंगन उठाया जिसका शव घर से 20 मीटर दूर झाड़ियों से मिला। इस आदमखोर गुलदार को घटनास्थल के पास भी देखा जा रहा है जिसे ट्रैक्युलाइज किया जा सका है। गुलदार आतंक से मचे दहशत से प्रभावित क्षेत्रों में स्कूल बंद करने पड़ गए हैं और कर्फ्यू के हालात पैदा हो गए हैं।
आदमखोर गुलदार के अभी भी क्षेत्र में खुला घूमने से मासूम लोगों पर अब भी खतरा मंडरा रहा है। जिसके देखते हुए प्रमुख वन संरक्षक वन्य डॉ. समीर सिन्हा ने एक बड़ा कदम उठाया है। जिसमे उन्होंने प्रभागीय वनाधिकारी को आदेश दिया है कि गुलदार को पिंजरा लगाकर या ट्रैंक्युलाइज कर के जल्द से जल्द पकड़ा जाए। वहीं अगर सारे प्रयास करने के बाद भी अगर गुलदार पकड़ में नहीं आए तो अंतिम विकल्प के रूप में उस चिह्नित मानवभक्षी गुलदार को मार दिया जाए। जिसके आदेश भी उन्होंने दे दिए हैं। यह कदम छोटे बच्चों की सुरक्षा व मानव जीवन पर बने खतरे को देखते हुए जन सुरक्षा के लिए उठाया जा रहा है।
आपको बता दे कि गुलदार को मारने का यह आदेश केवल एक महीने तक का ही हैं। एक महीने के बाद इस आदेश कि अवधि के खुद समाप्त हो जाएगी। फिर ये वैध नही होगा। वहीं इस जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि क्षेत्र में ट्रैप कैमरा और माध्यम से गुलदार की उपस्थिति की निगरानी की जाए। और ड्रोन से माध्यम से भी क्षेत्र में निगरानी की जाए।