देवभूमि उत्तराखंड में भक्तों का आवागमन सालभर होता है। वहीं सबसे ज्यादा श्रधालु चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद देखने को मिलते है। वहीं प्रदेश की प्रसिद्ध चारधाम को लेकर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में 14 फरवरी को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की गई थी। तभी से चारधाम के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं।
बता दें कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 12 मई को तय हुई है। वहीं दूसरी तरफ 10 मई को अक्षय तृतीया के शुभ दिन में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। हालांकि अभी महादेव का केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि अभी तय नहीं है। इसकी तिथि 8 मार्च महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर घोषित कि जाएगी।
जानकारी के लिए बता दे कि इस वर्ष भी श्रद्धालुओं के पहले की तरह ही रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ही रजिस्ट्रेशन कि प्रक्रिया की शुरुआत की गई। श्रधालुओं को चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों को अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। वहीं इसी को लेकर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित होने के बाद से ही रजिस्ट्रेशन कि प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वहीं इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद की जा रही हैं।
वहीं अब पर्यटन विभाग ने रजिस्ट्रेशन कि प्रक्रिया के लिए तैयारी शुरू कर दी है। जिसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम को भी अपडेट कर दिया गया है।
वहीं दूसरी तरफ जानकारी के अनुसार केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री चारों धाम में तीर्थयात्रियों के सुविधाओं और बेहतर व्यवस्थाओं के लिए पर्यटन विभाग ने गढ़वाल मंडल आयुक्त को पांच करोड़ रुपये की राशि जारी की है। इसे चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं के सुख-सुविधाओं के लिए प्रयोग किया जाएगा ।