उत्तराखंड में शीतकालीन के चलते चारधाम के कपाट बंद हो गए है। वहीं आज द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर मंदिर के कपाट भी सुबह 8.30 बजे शुभ लग्न पर विशेष पूजा-अर्चना के बाद शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इसके लिए मंदिर को पांच क्विंटल फूलों से सजाया गया है। वहीं इसके बाद अब द्वितीय केदार मद्महेश्वर चल उत्सव डोली में विराजमान होकर मंदिर की परिक्रमा और अपने ताम्र पात्रों के निरीक्षण करेंगे। इसके पूर्व शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान करेगी।
वहीं पहले रात्रि प्रवास पर गौंडार गांव पहुंचेंगे। यह पहुंच कर ग्रामीण अपने आराध्य को सामूहिक अर्ध्य देंगे। इसके बाद कल 23 नवंबर को डोली रांसी गांव पहुंचेगी और 25 नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल में विराजमान होगी।