देहरादून: भाजपा ने कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए विभाजनकारी राजनीति से देवभूमि का माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कांग्रेस से जनता के सवालों पर ज़बाब मांगा कि कैबिनेट मंत्री ने इस्तीफा दे दिया, लेकिन कांग्रेस के गालीबाज विधायकों और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का इस्तीफा कब होगा। एक तरफ कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा का ढोंग करती है दूसरी तरफ देवभूमि तोड़ने में जुटी है।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए वरिष्ठ विधायक और प्रदेश प्रवक्ता खजान दास ने अनर्गल बयानबाजी को लेकर कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा, राज्य के वर्तमान माहौल को लेकर कुछ महत्वपूर्ण सवाल हैं जिनका जवाब प्रदेश जानना चाहता है। विशेषकर राज्य में विभाजनकारी और माहौल खराब करने की मंशा से राजनीति करने वाली कांग्रेस कांग्रेस पार्टी से।
कहा, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि एक दुर्भाग्यपूर्ण प्रकरण विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सामने आया। जिसपर सार्वजनिक एवं पार्टी फोरम पर संबंधित कैबिनेट मंत्री ने खेद जताते हुए माफी मांगी। बावजूद इसके प्रदेश में विभाजनकारी मुद्दों के दुष्प्रचार से माहौल खराब करने की कोशिशें जारी रही । यही वजह है कि इस राज्य के विकास और सद्भाव के खिलाफ जारी मुहिम पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए मंत्री जी ने जनभावना का सम्मान करते हुए इस्तीफा दिया।
लेकिन यहां बहुत से गंभीर सवाल हैं जिनका ज़बाब विपक्ष और विशेषकर कांग्रेस पार्टी को देना है। क्योंकि उनके जिन विधायकों ने विधानसभा सदन और सदन के बाहर गाली गलौज की उन्होंने न तो खेद व्यक्त किया और न ही इस्तीफ़ा दिया? क्यों उनके प्रदेश नेतृत्व, प्रदेश अध्यक्ष या केंद्रीय नेतृत्व अपने विधायकों पर कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं कर पाया । यहाँ तक कांग्रेस नोटिस तक देने की हिम्मत नहीं जुटा पाई । उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के ये सभी दागी विधायक राज्य में घूम घूम कर जनता को पहाड़ मैदान में बांटने वाले बयान देकर माहौल खराब करने का कुकृत्य कर रहे हैं। सवाल उठता है कि कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व ने अब तक कार्यवाही की हिम्मत क्यों नहीं की?
उन्होंने सोशल मीडिया पर उत्तराखंडियत का ज्ञान बांटने वाले इनके प्रदेश के सबसे बड़े नेता और पूर्व सीएम हरदा को निशाने पर लिया। और पूछा, अपने ऐसे दागी विधायकों का इस्तीफा तो दूर कभी दो शब्द आलोचना उन्होंने क्यों नहीं की?
प्रदेश पूछ रहा है कि जनता के कसूरवार विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधि कब माफ़ी मांगते हुए अपना इस्तीफा देंगे?
उन्होंने तंज कसा कि फिलहाल दोषी कांग्रेसियों से नैतिकता की उम्मीद बेमानी है। फिर भी यदि कांग्रेस के चंद गिने चुने बड़े नेताओं में थोड़ी बहुत शर्म शेष है? तो वे अनुचित एवं मर्यादा रहित शब्द बोलने वाले अपने विधायकों एवं नेताओं से स्पष्टीकरण लें और उनपर कार्यवाही का साहस जुटाएंगे।
उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर भी निशाना साधा कि कार्यवाही की उम्मीद उनसे क्या हो सकती है जो स्वयं गढ़वाल और उत्तराखंड पर थू कहने और अपमान के गुनाहगार रहे हैं। सर्वप्रथम तो कांग्रेस आलाकमान को ही उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करना चाहिए।
जबकि सच यह है कि कांग्रेस पार्टी पीएम मोदी के मार्गदर्शन और सीएम धामी के नेतृत्व में प्रदेश के चौमुखी विकास को हजम नहीं कर पा रही है। प्रदेश की महान जनता एक के बाद एक, भाजपा सरकार पर चुनावों में विश्वास जता रही है, जिससे कांग्रेस के नेता बूरी तरह बौखला गए है।
उन्होंने चेताया कि इस पूरे मुद्दे को एक षड्यंत्र की तरह, कांग्रेस नेता देवभूमि का माहौल खराब करने की कीमत पर फैला रही है। ऐसे में भाजपा के स्पष्ट राज्यहितकारी स्टैंड के बाद जब दांव उल्टा पड़ने लगा तो कांग्रेस पलटकर हम पर ही आरोप लगा रही है। लेकिन देवभूमि का जनमानस बेहद जागरूक है और कांग्रेस की बांटने वाली अंग्रेजों वाली मानसिकता को देख रही है। कांग्रेस नेता माफी मांगे या उनपर कार्यवाही हो, अब बहुत फर्क नहीं पड़ने वाला है। क्योंकि जनता ने इस पाप की सजा कांग्रेस के मुकद्दर में लिख दी है।
इस दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा, कांग्रेस पार्टी का अब तक के रवैया उत्तराखंड को तोड़ने का रहा है एक और वो भारत जोड़ो यात्रा निकलती है वही उत्तराखंड के कांग्रेस के नेता विभाजन कारी बयान देकर उत्तराखंड को बांटने का काम कर रहे हैं, जोकि बहुत निंदनीय है ।
वहीं विहार दिवस पर उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा एक भारत श्रेष्ठ भारत सबका साथ सबका विकास सबका प्रयास के सिद्धांत पर काम करती है । और देश में किसी भी राज्य के स्थापना दिवस को अन्य राज्यों में भी मनाने की परम्परा रही है । इसी के तहत विहार राज्य का स्थापना दिवस भाजपा देश के सभी राज्यों मनाने जा रही है । लेकिन कांग्रेस पार्टी का इसका विरोध विभाजनकारी सोच को दर्शाता है ।
इस दौरान वार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, सह मीडिया प्रभारी राजेंद्र सिंह नेगी, प्रदेश प्रवक्ता कमलेश रमन, सुनीता विद्यार्थी, मीडिया संपर्क प्रमुख राजीव तलवार प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।