उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन यानी बुधवार को राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट हल्द्वानी के रामलीला ग्राउंड जनसभा करने पहुंचे। इस दौरान विधायक सुमित हृदयेश के साथ सचिन खुद वाहन चलाकर वहाँ पहुंचे और सभा को संबोधित किया। साथ ही उन्होंने भाजपा पर हमला भी किया। सचिन पायलट ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार पूरे देश में बदलाव की लहर है और कांग्रेस पूरी मजबूती से मैदान में खड़ी है। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल धर्म और जाति की बात पर वोट कमाना चाहती है पर अब जनता सब जान चुकी है अब भाजपा नेताओं के बहकावे में नहीं आने वाली।
सचिन पायलट ने कहा कि भाजपा के पास न तो जनता के सवालों के जवाब हैं न ही यह सरकार जवाब देना चाहती है। साथ ही यह सरकार रोजगार,महंगाई और भ्रष्टाचार पर बात करने से डरती है। जबकि नेताओं की आवाज दबाने और विपक्ष को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि लेकिन अब जल्द नतीजे सामने आएंगे और इस बार कांग्रेस को जनता का पूरा समर्थन मिल रहा है।
जनसभा में पायलट ने कहा कि जनता को मतदान वाले दिन सांसद ही नहीं बदलना है, बल्कि देश की तस्वीर भी बदलनी है। उन्होंने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि भाजपा ने 10 साल पहले सरकार बनाने से पहले कहा था कि महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और कालाधन को समाप्त कर देंगे, लेकिन महंगाई कम नहीं हुई। सचिन ने कहा कि आजादी के बाद देश में पहली बार इतनी संख्या में शिक्षित बेरोजगार घूम रहे हैं। वहीं भ्रष्टाचार मिटाने की बात कहने वाली भाजपा स्वयं भ्रष्टाचार में लिप्त है। वहीं दूसरी तरफ इलेक्टोरल बॉन्ड के खुलासे के बाद साबित हो गया है कि भाजपा इतने दिनों से चंदा दो धंधा लो की नीति पर काम कर रही थी। किसानों को लेकर उन्होंने कहा कि किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है। किसी भी किसान की आमदनी दोगुनी नहीं हुई है।
वहीं कांग्रेस ने वादा किया है कि उनकी सरकार आने पर एमएसपी पर कानून बनेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने नेताओं के रिटायर होने की उम्र नहीं बता रहे, लेकिन देश के युवा को अग्निवीर के नाम पर चार साल में ही रिटायर करने की बात कह रहे हैं। लेकिन कांग्रेस सरकार आने पर अग्निवीर योजना को समाप्त किया जाएगा।
पायलट ने भाजपा पर हलमा कर कहा कि भाजपा ने देश में काले कानून बनाए हैं। जिसमें जीएसटी, नोटबंदी, किसानों के लिए तीन कानून लाकर देश को बर्बाद किया है। आज सरकारी पदों में हजारों की संख्या में पद खाली पड़े हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा बताए कि जिन दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था वह कहां हैं?
वहीं भाजपा ने संवैधानिक संस्थाओं को दबाव में लिया है। जबकि आचार संहिता के बावजूद निर्वाचित मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला जा रहा है और डराने की राजनीति हो रही है।