उत्तराखंड में बूढ़ी दीपावली का पर्व पारंपरिक तरीके से मनाया जाता है। वहीं पहाड़ों की रानी मसूरी में भी कल रविवार को बग्वाल (बूढ़ी दीपावली) पारंपरिक तरीके से मनाई गई। इस दौरान वहां के स्थानीय लोग अपनी पारंपरिक वेशभूषा में ढोल-दमाऊ के साथ रासो, तांदी और जैंता नृत्य कर दर्शकों को आनंदित कर दिया। इस दौरान वहां कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल मौजूद रहे। उन्होंने और पर्यटको ने ढोल-दमाऊ की थाप पर जमकर नृत्य किया।
रविवार को कैंपटी रोड जीरो प्वाइंंट के निकट अगलाड़-यमुना घाटी विकास मंच की ओर से बग्वाल का आयोजन किया गया। इस पर्व को मसूरी में रहने वाले रवांई, जौनपुर और जौनसार के लोगों ने मनाया। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बग्वाल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि लोक संस्कृति को जीवंत रखने के लिए रवांई-जौनपुर और जौनसार का बड़ा योगदान है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कहा युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और जड़ों से हमेशा जुड़ा रहना चाहिए। इस पर्व की शुरुआत में सबसे पहले डिमसा पूजन, होल्डे दहन किया गया। जिसके बाद होलियात नृत्य, सराय नृत्य, भीरुड़ी अखरोट वितरण, रस्साकशी हुआ।
इस पूर्व पर पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, राजेन्द्र रावत टकारना, गोकुल नौटियाल, प्रकाश राणा, सूरत सिंह रावत, बलदेव सिंह, रमेश खंडूरी, रणवीर कंडारी, दिनेश पंवार, आशुतोष कोठारी, आशीष जोशी, वीरेन्द्र राणा, मनोज गौड़, नरेश नौटियाल, गोविंद नौटियाल और वीरेंद्र थापली आदि कई लोग शामिल रहे।