उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल सोमवार को प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने पीआरडी जवानों के लिए कई बड़ी घोषणाएं कीं। सीएम धामी ने कहा, कि अब प्रदेश के जवानों को दो साल में दो मुफ्त वर्दी मिलेंगी, इसके साथ ही होमगार्ड स्वयं सेवकों की तरह हर महीने उन्हे दो सौ रुपये धुलाई भत्ता भी दिया जाएगा।
इसके अलावा अब ब्लॉक कमांडर का मानदेय 600 से बढ़ाकर 1000 रुपये और हल्का सरदार का 300 से बढ़ाकर 500 रुपये किया जाएगा। वहीं आपदा के समय डयूटी पर तैनात जवानों को हर महीने 50 रुपये अतिरिक्त मानदेय मिलेगा। जबकि प्रशिक्षण और पुन: प्रशिक्षण के दौरान दी जाने वाली वर्दी की दर को 1500 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये किया जाएगा।
वहीं इस दौरान सीएम धामी ने बताया कि, मृतक आश्रितों के पंजीकरण का शासनादेश किया गया है। जिसमे अभी तक 116 मृतक आश्रितों को पंजीकृत किया गया है, इनमे 70 मृतकों के आश्रितों को रोजगार दिया गया है, जिसमें 25 महिलाएं भी शामिल हैं।
इसके लिए प्रांतीय रक्षक दल कल्याण कोष संशोधित नियमावली जारी की गई है। इस नियमावली के तहत आर्थिक सहायता की धनराशि में वृद्धि कर सांप्रदायिक दंगों के दौरान ड्यूटी पर मृत्यु पर देय राशि को दो लाख किया गया है।
वहीं सीएम धामी ने कहा, अब जवान के अति संवेदनशील ड्यूटी में मृत्यु की दशा में देय 75 हजार रुपये को बढ़ाकर डेढ़ लाख, सामान्य ड्यूटी के दौरान मृत्यु की दशा में देय 50 हजार को बढ़ाकर एक लाख रुपये किया गया है।
वहीं इस दौरान खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्य ने कहा, सरकार ने पीआरडी जवानों के हित में कई फैसले लिए हैं। अब 9400 जवानों को एक गर्म और एक सामान्य वर्दी दी जाएगी। वहीं उनकी अधिवर्षता आयु 50 से बढ़ाकर 60 वर्ष की गई है।
सीएम धामी ने कहा, कि जवानों ने कोरोना काल, चारधाम यात्रा जैसी कठिन परिस्थितियों में भी बढ़िया काम किया है। यही नहीं बल्कि हमारे जवान अपने राज्य के अलावा पड़ोसी प्रदेशों में भी चुनाव में शांति व्यवस्था का जिम्मा बेहतरीन तरीके से निभाते हैं। इससे पहले रैतिक परेड आयोजित की गई। इस दौरान जवानों ने मुख्यमंत्री और युवा कल्याण मंत्री को मार्च पास्ट कर सलामी दी। इस मौके पर तीन मृतक स्वयं सेवकों के आश्रितों को 50 से लेकर 75 हजार के चेक दिए गए।
इस कार्यक्रम के दौरान विधायक उमेश शर्मा काऊ, विशेष प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण अमित सिन्हा, निदेशक युवा कल्याण जितेंद्र सोनकर, संयुक्त निदेशक अजय अग्रवाल आदि शामिल रहे।