उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विश्व अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के मौके पर हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र, गढ़ी कैंट में आयोजित समारोह में पहुंचे । यह वे बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर वर्ग के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। जो इस दिशा में काम कर रही है। इसी के साथ उन्होंने अल्पसंख्यक आयोग की पुस्तिका का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा, आज का दिन देश की एकता और अखंडता के संरक्षण व संवर्धन के लिए हमारे मौलिक कर्तव्यों को याद करने का दिन है। वहीं देश की एकता और अखंडता का मूल भी हमारी यही सांस्कृतिक विभिन्नताओं में पाए जाने वाली एकरूपता है। उन्होंने कहा अनेकता में एकता का जो भाव है वहीं देश को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य करता है।
हमारी भारतीय संस्कृति सभी पंथ मार्ग, संप्रदायों का सम्मान करने की रही है। सीएम ने इस दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की संस्कृति व सामर्थ्य का विस्तार पूरे विश्व में हो रहा है। पीएम मोदी के द्वारा दिए गए मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास से अब नए भारत में हर वर्ग के सशक्तीकरण का प्रयास किया जा रहा है।
वहीं इसी बीच मुख्यमंत्री ने समान नागरिकता संहिता को लेकर कहा कि राज्य में समान नागरिक संहिता को जल्द लागू किया जाएगा। इसके लिए काम किया जा रहा है। वहीं सभी लोगो को 2025 तक उत्तराखंड को हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए सहयोग देना होगा।
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड अल्प संख्यक आयोग के अध्यक्ष आरके.जैन, उपाध्यक्ष सरदार इकबाल सिंह, मजहर नईम, उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स, मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी, डीजीपी अभिनव कुमार अन्य अतिथिगण शामिल हुए।
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा सीएम ने दिया तोहफा
वहीं इस दौरान उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा, विश्व अल्पसंख्यक अधिकार दिवस पर सीएम का तोहफा दिया है। सीएम धामी ने मॉडल मदरसों का नाम पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखने की अनुमति दी है। शादाब ने कहा अब यह मदरसे राष्ट्रवादी सोच के मॉडल मदरसे होंगे।