देहरादून मे सचिवालय में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने गुरुवार को मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के कार्यों की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक के दौरान एसीएस ने लोक निर्माण विभाग को मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत मंदिरों को जोड़ने वाली एप्रोच रोड्स के चौड़ीकरण कार्य को जल्द ही पूरा करने के निर्देश दिए। इस मिशन को उत्तराखंड और खासकर कुमाऊं के विकास की दृष्टि से मील का पत्थर माना जा रहा है। वहीं अरबों के इस प्रोजेक्ट के तहत इन्फ्रास्ट्रक्चर के दो प्लान हैं, जिससे राज्य की तकदीर बदलने की आशा हैं।
बता दे कि देवभूमि के गढ़वाल को केदारखंड तो कुमाऊं को मानसखंड के नाम से जाना जाता है। वहीं केदारखंड में चार धाम गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ आते हैं। जिसकी कनेक्टिविटी बनाने को चारधाम रोड परियोजना का काम अब अंतिम चरण में हैं। चारों धामों के हाईवे को फोर लेन में कन्वर्ट किया जा रहा है, जबकि ऋषिकेश से कर्णप्रयाग रेल लाइन का काम भी प्रगति पर है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विजन के अनुरूप मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत आने वाले मंदिरों से अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को जोड़ने के लिए 15 अप्रैल से मानसखण्ड एक्सप्रेस रेल सेवा प्रारम्भ करने के लिए कार्य किया जा रहा है। साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु कोलकाता से टनकपुर रेल सेवा का संचालन किया जाएगा व टनकपुर से पूर्णागिरी, हाटकालिका, पाताल भुवनेश्वर, जागेश्वर,कैंची धाम आदि मानसखण्ड मंदिर माला के अन्य मंदिरों तक स्थानीय बस व अन्य परिवहन सेवाओं को भी शुरू किया जाएगा। साथ ही अपर मुख्य सचिव रतूड़ी ने संस्कृति विभाग को राज्य की ऐतिहासिक विरासतों, मंदिरों आदि के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए हेरिटेज एक्ट पर कार्य करने के निर्देश दिए।
इस बैठक में सचिव सचिन कुर्वे सहित संस्कृति विभाग, लोक निर्माण विभाग एवं पर्यटन विभाग के उच्च अधिकारी मौजूद रहे।