उत्तराखंड में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां पूरी ताकत के साथ तैयारियों में लगी हुई है। तो वहीं कांग्रेस और उसके नेताओं को झटके ला रहे हैं। चुनाव से पहले कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि पौड़ी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार गणेश गोदियाल को इनकम टैक्स विभाग ने नोटिस भेजे हैं। इन नोटिस के बाद अब कई सवाल उठने लगे हैं। जहाँ एक तरफ सियासी माहौल गर्मा गया है तो वहीं दूसरी तरफ गणेश गोदियाल ने इसे डराने की साजिश बताया है।
जानकारी के अनुसार काफी लंबे समय से गणेश गोदियाल और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के बीच नोटिस-नोटिस का खेल चल रहा है। हालांकि, इनकम टैक्स का नोटिस खास मौकों पर ही देखा जाता है। इस बार भी आयकर विभाग के नोटिस से हलचल तेज हो गई है। बता दे कि फिर से महाराष्ट्र (मुंबई) के आयकर कार्यालय ने कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल को एक साथ 3 नोटिस जारी कर व्यक्तिगत रूप से तलब किया है।
वहीं गणेश गोदियाल ने कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता कर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा पौड़ी संसदीय सीट पर हार के डर से बौखला गई है इसलिए वह ऐसे हथकंडे अपनाए रहे हैं। लेकिन वो डरने वाले नहीं हैं और हर जांच के लिए तैयार हैं। वहीं गणेश गोदियाल ने कहा कि 2016 में भी उन्हें डराने और फंसाने की कोशिश हुई थी लेकिन जब जांच हुई तो उसमें कुछ नहीं निकला। इसके अलावा उन्होंने नोटिस की टाइमिंग पर भी सवाल उठाए हैं।
गौरतलब, 2018 में भी आयकर विभाग ने गणेश गोदियाल को नोटिस जारी किया था। उस समय उनके बैंक खाते भी फ्रीज कर दिए गए थे। उस समय गणेश गोदियाल बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष थे तब उन्होंने केदारनाथ मंदिर में कराए गए लेजर शो का विरोध किया था। इस लेजर शो में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गुणगान किया गया था। जहाँ गणेश गोदियाल समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने आरोप लगाया था कि यह कार्रवाई लेजर शो का विरोध करने को लेकर की गई है। वहीं आयकर विभाग का कहना था कि गणेश गोदियाल पर आयकर के रूप में करीब 96 लाख रुपये का बकाया है इसलिए कार्रवाई की गई है।