कृषि के क्षेत्र में सरकारें लगातार तकनीकी को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है I इसी कड़ी में युवाओं को इससे जोड़ने के लिए व कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीकी को बढ़ावा देने के लिए 12 पास युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा I इसी को लेकर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अधीन भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान और ड्रोनियर एविगेशन प्राइवेट लिमिटेड के बीच एमओयू के हस्ताक्षर हुआ है। जिसमें यह कहा गया कि 12वीं पास युवाओं को ड्रोन उड़ाने का रिमोट पायलट प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह एमओयू बुधवार को भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान के निदेशक डॉ. एम. मधु की मौजूदगी में हुआ I उनके साथ ही संस्थान के वरिष्ठतम जलविज्ञानी डॉ. ओजस्वी, प्रधान वैज्ञानिक डॉ. एम मुरुगानंदम, पीके सिंह, एचएन शर्मा, कंपनी से डॉ. राधेश्याम सिंह ने भी हस्ताक्षर किए।
इसी दौरान निदेशक ने बताया कि यह कृषि क्षेत्र में तकनीकी को बढ़ावा देगा I इसके साथ ही युवाओं को इसकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी I यह उतराखंड में पहला ड्रोन प्रशिक्षण प्रयास है I