उत्तराखंड में जल्द ही एक और मेडिकल कॉलेज खुलने वाला है। बताया जा रहा है कि ये कॉलेज प्रदेश के पिथौरागढ़ जिले में बनेगा। वहीं इस मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर दी गई है। वहीं इसके साथ अच्छी खबर यह भी हैं कि कॉलेज के निर्माण के साथ ही यहाँ पर मेडिकल कॉलेज के लिए लगभग 1 हजार से ज्यादा पदों की स्वीकृति पर मंत्रिमंडल द्वारा सहमति प्रदान कर दी गई है। सीएम धामी ने अपने पिथौरागढ़ दौरे के दौरान इसकी जानकारी दी है।
आपको बता दे कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल मंगलवार को पिथौरागढ़ में अयोजित ‘दीदी-बैंणा’ नारी शक्ति महोत्सव में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ₹217.28 करोड़ की कुल 65 योजनाओं मे से 37 योजनाओं का लोकार्पण एवं 28 योजनाओं का शिलान्यास किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने विभिन्न घोषणाएं भी की। इन घोषणाओं में आंवला घाट फेज-2 पेयजल योजना का निर्माण कार्य किए जाने, फगाली गाड़ से पनार पुल तक वैकल्पिक सड़क मार्ग का निर्माण, मोस्टामानू मंदिर का सौंदर्यीकरण, नैनी-सैनी से जाजरदेवल तक हॉटमिक्स सड़क व नाली निर्माण कार्य शामिल है।
साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने इस दौरान कहा कि पिथौरागढ़ के विकास के लिए राज्य सरकार हर संभव कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि पिथौरागढ़ जनपद में जल्द ही मेडिकल कॉलेज बनेगा, जिसके लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। वहीं कॉलेज में 1 हजार से अधिक पदों की भर्ती के लिए कैबिनेट की स्वीकृति भी मिल गई है।इसके अलावा उन्होंने कहा पिथौरागढ़ में पार्किंग पंपिंग योजनाएं प्रशासनिक भवन सड़कों के निर्माण कार्य में भी तेजी आई है। जबकि मानसखंड मंदिर माला मिशन में पिथौरागढ़ के मंदिरों को भी जोड़ा गया है। कहा कि नैनी सैनी हवाई अड्डे में 19 सीटर विमान की ट्रायल लैंडिंग सफल हुई है। अब डीजीसीए की अनुमति मिलने पर यह विमान नियमित पिथौरागढ़ से चलेगा। इसके बाद उन्होंने कहा विकास की दौड़ में हमारे सीमांत जनपद सबसे आगे रहेंगे।
पिथौरागढ के दौरे में सीएम धामी ने विभिन्न विभागों एवं स्वयं सहायता समूहों के लगाए गए विभिन्न स्टॉल का अवलोकन किया व भगवान श्री राम दरबार एवं कन्या पूजन भी किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने धारचूला की दारमा, व्यास घाटियों के वाइब्रेंट विलेज से आई महिलाओं के साथ बागेश्वरी चरखे एवं तकली से ऊन कताई की। । दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ने बिण सिडकुल आस्थान में 253 उद्यमियों को व्यवसायिक भूखंड आवंटन स्वीकृति पत्र भेंट किए।