चीन में माइक्रो प्लाज्मा, निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू बच्चो में फैल रहा है। जिसको लेकर भारत में भी सावधानी बरतनी शुरू कर दी है। वहीं प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरत रही है। वहीं आपको बता दें कि बागेश्वर जिले में दो बच्चों में इन्फ्लूएंजा फ्लू जैसे लक्षण दिखे हैं। इन दोनों बच्चो के सैंपल जांच के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी भेजे गए हैं।
इसको लेकर एसीएमओ डॉ. देवेश चौहान ने बताया कि कल बुधवार को जिला अस्पताल में दो बच्चों को भर्ती किया गया। जिन्हे सांस लेने में तकलीफ थी। उनमें इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण की आशंका को देखते हुए दोनों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। उनकी जांच रिपोर्ट चार-पांच दिन में आ जाएगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इन्फ्लूएंजा से निपटने के लिए भी पूरी तैयारियां कर ली गईं हैं।
एसीएमओ डॉ. देवेश चौहान ने बताया इस वायरस जनित बीमारी में पांचवीं स्टेज में ऑक्सीजन की जरूरत होती है। वहीं इसकी तैयारी को लेकर जिला अस्पताल के सभी 68 बेड ऑक्सीजन पाइप लाइन से जुड़े हुए हैं। जबकि जिला अस्पताल में 650 एलपीएम के दो ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित हैं। कांडा और कपकोट सीएचसी में भी ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगे हुए हैं। वहीं अगर जरूरत पड़ेगी तो जिला अस्पताल में अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा।