उत्तराखंड में लगातार जंगल धधकते जा रहे हैं। वहीं इसे देखते हुए धामी सरकार ने वनागनि को काबू करने के लिए बड़ी पहल की है। बताया जा रहा है कि कुमाऊं समेत पूरे प्रदेश में जंगलों की आग भारी नुकसान हुआ है। जहाँ आग के धुए की वजह से जंगली जानवरों से लेकर आम इंसानों तक को सांस लेना मुश्किल हो रहा है। वहीं अब वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बड़ा ऐलान कर कहा है कि सरकार वन अग्नि बुझाने के लिए वनाग्नि प्रबंधन समितियों को 25 हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक का इनाम दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार वन मंत्री सुबोध उनियाल ने वन मुख्यालय के मंथन सभागार में मीडिया से वार्ता की इस दौरान उन्होंने कहा कि, जंगल में आग लगने की तीन प्रमुख वजह है। किसानों द्वारा खेतों में खरपतवार जलाना, दूसरा जंगल में जलती बीडी, सिगरेट फेंकने वहीं तीसरा शरारती तत्वों की ओर से जंगल में आग लगाने से वनाग्नि की घटनाएं होती हैं। इसलिए बिना जनसहभागिता के जंगल की आग से नहीं निपटा जा सकता।
साथ ही उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधानों की अध्यक्षता में 541 वनाग्नि प्रबंधन समितियों का गठन किया गया है, जिन्हें इस सीजन के लिए 30-30 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी गई है, जबकि उत्कृष्ट काम करने वाली 13 वनाग्नि प्रबंधन समितियों को एक-एक लाख रुपये,वहीं 13 समितियों को 50-50 हजार रुपये तो 13 वनाग्नि प्रबंधन समितियों को 25-25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि विशेष परिस्थितियों में हेलिकॉप्टर की भी मदद ली जाएगी।