उत्तराखंड में कर विभाग लगातार GST चोरी को लेकर कार्यवाई कर रहा है। वहीं सभी GST चोरी करने वालों के कंपनी व स्थान में छापा मारने में लगा है । यह सिलसिला लगातार जारी है। वहीं इसी के चलते राकेश वर्मा GST आयुक्त कुमाऊ ने कहा कि राज्य कर विभाग का यह कदम कर देने वाले लोगों को प्रेरित कर रहा है। वहीं कर चोरी करने वाले लोगों में डर पैदा कर रहा है। इसके अलावा कर चोरी करने वाले लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई भी की जा रही है।
कर विभाग की इसी कार्यवाई के तहत बीते वर्ष 2023 मार्च में उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में राज्य कर विभाग टीम ने छापेमारी की थी। इस दौरान टीम ने जसपुर के लकड़ी करोबारियों के 27 संस्था व स्थानों में छापा मारा था। वहीं छापेमारी में तकरीबन 100 करोड़ के टर्नओवर में 18 करोड़ के कर चोरी का मामला सामने आया था। इस कर चोरी मामले का मुख्य दोषी शाहनवाज हुसैन था।
लेकिन उस समय यह फरार हो गया था। इसके बाद कर टीम ने उसके घर को सिल कर दिया गया था और उसके घर की तलाशी भी ली गई थी। जहाँ आरोपी के घर में विभिन्न कंपनियों के बिल व बोर्ड, ई-वे बिल, बैंक पासबुक, चैक, एटीएम कार्ड, मोहरें, कांटा पर्चियां, मोबाइल फोनबुक प्राप्त हुए थे। इसके अलावा डिजिटल प्रमाण, मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड , हार्ड डिस्क, पैन ड्राइव और CCTV के डाटा भी मिले थे। हालांकि आरोपी को 7 महीने में ही पुलिस द्वारा पकड़ लिया था।
वहीं हैरानी की बात यह है कि इस 18 करोड़ का कर चोरी करने वाले व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज कराने में पुलिस को लगभग 2 महीने लग गए। जानकारी के अनुसार यह सबसे बड़ी FIR 3500 पन्नों में लिखी गई है। जिसे 58 दिन लिखा गया। बताया जा रहा है कि यह 3500 पन्नों कि FIR 7 अधिकारीयों ने लिखी है।